शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि पंद्रह माह पूर्व कांग्रेस पार्टी की सरकार हिमाचल प्रदेश में बनी, इस अवधि में राज्य सरकार ने आर्थिक, आपदा और राजनीतिक आपदा का सफलतापूर्वक सामना किया. प्रदेश की जनता का प्यार प्रदेश सरकार के साथ है. पंद्रह माह के कार्यकाल में वर्तमान राज्य सरकार ने पांच गारंटियों को पूरा किया है. कांग्रेस में बिकने वाले जा चुके हैं और धनबल से बिकने वाला अब कोई नहीं बचा है.
मुख्यमंत्री सोमवार को दिल्ली से धर्मशाला के गग्गल एयरपोर्ट पहुँचने पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बिकने वालों के विरुद्ध हमारे पास सुबूत हैं और भारतीय जनता पार्टी ने बिकाऊ नेताओं को अपना प्रत्याशी बनाया है. एक नेता षड्यंत्र के सरगना हैं, जिन्हें बिकने के लिए पंद्रह करोड़ से ज्यादा मिले होंगे. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता इन सभी बिकाऊ नेताओं को सबक़ सिखाने के लिए तैयार बैठी है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि छह सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने जा रहे है और तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे पर जल्द ही फ़ैसला होने की संभावना है. ऐसे में 62 सीटों वाली विधानसभा में 34 कांग्रेस के विधायक हैं. इसलिए भाजपा नेताओं के राज्य में सरकार बनाने के दावे में कोई दम नहीं है. वह केवल झूठ बोलकर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. भाजपा नेता बताएँ कि वह किस प्रकार प्रदेश में सरकार बनाएँगे.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. कांग्रेस पार्टी सच प्रदेश की जनता के सामने रखी है और राज्य सरकार पूरी ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त कदम उठाएगी. ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशियों के बारे में अंतिम दौर की चर्चा हो चुकी है. जल्द ही पार्टी अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारेगी और अच्छे व स्वच्छ छवि वाले नेताओं को कांग्रेस पार्टी की टिकट दी जाएगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की और महिलाओं को आजीवन 1500 प्रदान करने के लिए इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि शुरू की, जो लाहौल स्पीति जिला से शुरू हो चुकी है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि में प्रतिवर्ष छह हज़ार रुपए प्रदान करती है, जबकि राज्य सरकार महिलाओं को प्रतिवर्ष 18 हज़ार प्रदान कर रही है. इसके अतिरिक्त प्रदेश में 1.15 लाख विधवा एवं एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार