मंडी: पूर्व मुख्यमंत्री एवम नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने रविवार को मंडी में संसदीय क्षेत्र मीडिया सेंटर का शुभारंभ करने के बाद पत्रकारवार्ता में एक के बाद एक कांग्रेस पर ताबरतोड हमले किए. उन्होंने कहा कि हिमाचल में सुक्खू सरकार न केवल बहुमत से गिर चुकी है बल्कि लोगों की नजरों से भी उत्तर चुकी है. ऐसे में हिमाचल में उपजे इस राजनीतिक हालात के लिए भाजपा को दोष देना कांग्रेस नेता बंद करें और मैं बड़ा सपष्ट कर देना चाहता हूं कि इसके लिए कोई कसूरवार है तो स्वयं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू हैं. उन्होंने लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि वे पल पल पलटुराम हैं.
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के बागी विधायकों को उकसाने में प्रतिभा सिंह और विक्रमादित्य सिंह की भूमिका अहम थी लेकिन विधायकों को उकसाने के बाद खुद दोनों ने यू-टर्न ले लिया.
जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रतिभा और विक्रमादित्य सिंह की भूमिका के बारे में वे कभी बाद में और विस्तार से बात भी करेंगे और खुलासा भी लेकिन दोनों ने सीएम सुक्खू और अपनी ही सरकार के बारे में जो कुछ कहा उसी से विधायक आक्रोषित हुए. उन्होंने कहा कि अब विक्रमादित्य सिंह को पलटू राम के नहीं बल्कि ’’पल पल पलटूराम’’ के नाम से पहचाना जाने लगा है. वो अपने हर बयान से पलट जाते हैं. यदि वो चुनावी मैदान में उतरते हैं तो फिर विस्तार से बातें होंगी.
जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की तरफ से भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत के खिलाफ बीफ को लेकर की जा रही टिप्पणीयों पर बोलते हुए कहा कि इस विषय पर कंगना रनौत पहले ही स्पष्टीकरण दे चुकी है लेकिन कांग्रेस इसका दुष्प्रचार करने में जुटी हुई है. पार्टी ने सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ही कंगना को टिकट देकर प्रत्याशी बनाया है जोकि कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर कांग्रेस इसे इसी तरह मुद्दा बनाती रही तो फिर इसकी चुनाव आयोग में शिकायत की जाएगी.
जयराम ठाकुर ने प्रदेश की सुक्खू सरकार पर भी जमकर जुबानी हमले बोले. उन्होंने कहा कि आज हालत यह हो गए हैं कि विधायक सरकार को छोड़कर जा रहे हैं जबकि मौजूदा सांसद चुनाव लड़ने से इनकार कर रही है. लेकिन इन सबके बीच भाजपा को दोषी ठहराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आज सरकार जनता की नजरों और बहुमत के हिसाब से गिर चुकी है. सीएम को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इसी माह कोर्ट में सुनवाई के लिए सीपीएस की नियुक्ति को लेकर फैसला आने वाला है. अभी 34 विधायकों के साथ बहुमत का दावा भरने वाले मुख्यमंत्री ऐसे में बताएं कि अगर ये छः भी गए तो सरकार आपकी कैसे बचेगी. उन्होंने कहा कि इस मामले में कांग्रेस सरकार ने गैर संवैधानिक तरीके से सीपीएस की नियुक्ति कर रखी है और जल्द वे जाने वाले हैं. ऐसे में ये सरकार अब नहीं बचेगी.
इस मौके पर उनके साथ सदर विधायक अनिल शर्मा, बल्ह के विधायक इंद्र सिंह गांधी, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष पायल वैद्य सहित अन्य भाजपा नेता भी मौजूद रहे.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार