कुल्लू। प्रदेश भाजपा द्वारा कांग्रेस नेता रवि ठाकुर को अपना प्रत्याशी बनाया है। रवि ने फरवरी में राज्यसभा चुनाव में क्रोस वोटिंग की थी। पूर्व मंत्री के भाजपा विरोधी फैसला सुनाए जाने के बाद एक समय ऐसा प्रतीत होने लगा था कि लाहौल में भाजपा पूरी तरह बैकफुट पर नजर आ रही थी लेकिन एकाएक भाजपा ने अपने संपर्क अभियान को तेज किया और भाजपा के अधिकतर रूष्ट कार्यकर्ताओं को मनाने में संगठन को सफलता प्राप्त हुई है।
लाहौल स्पीति भाजपा के रूष्ट कार्यकर्ताओं के पुन: वापिस आने के बाद पूर्व विधायक रवि ठाकुर को कुछ राहत मिली है। हालांकि भाजपा के पूर्व मंत्री रामलाल मार्कण्डेय के बागी रहने पर भाजपा को काफी नुकसान होने की सम्भावना है।
रवि ठाकुर को कांग्रेस प्रत्याशी होने के बाद 2022 के चुनावों में 9 हजार 948 वोट पड़े थे जबकि मार्कण्डेय को 8 हजार 332 वोट पड़े थे। इससे पूर्व हुए विस चुनावों में कांग्रेस का वोटबैंक का ग्राफ भाजपा से काफी आगे रहा है।
पुराने आंकड़े से साफ संकेत मिलते हैं कि भाजपा लाहौल स्पीति में तभी जीत दर्ज करती है जब लाहौल कांग्रेस में बिखराव की स्थिति हो।
भाजपा के लिए सबसे बड़ी राहत इस लिए है कि कांग्रेस के रवि ठाकुर के कांग्रेस से बाहर जाते ही कांग्रेस में चुनाव लड़ने वाले इच्छुक नेताओं की सूची लंबी हो गई है। हर कोई लाहौल स्पीति से चुनाव लड़ने की हुंकार भर रहा है। ऐसे में टिकट डिसाइड होने के बाद विरोध का होना स्वाभाविक है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अजीत सिंह ने कहा कि लाहुल स्पीति भाजपा कार्यकर्ता पार्टी प्रत्याशी रवि ठाकुर की जीत के लिए दिन-रात मेहनत करेंगे। इससे पहले भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे जवाहर शर्मा भी रवि ठाकुर को अपना समर्थन दे चुके हैं। वहीं जिला भाजयुमो के पूर्व अध्यक्ष तंजिन करपा भी रवि ठाकुर के पक्ष में खड़े हैं।
सूरज ठाकुर ने कहा कि 6 अप्रैल को पूर्व कैबिनेट मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर और रवि ठाकुर लाहुल दौरे पर पहुंच रहे हैं। भाजपा की स्थापना दिवस में एक कार्यक्रम आयोजित करने के बाद विधिवत रूप से रवि ठाकुर के पक्ष में चुनाव प्रचार अभियान को तेज किया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार