शिमला: जिला शिमला के ठियोग से संबंध रखने वाली कांग्रेस नेत्री इंदू वर्मा की भाजपा में घर वापसी हुई है. उन्होंने मंगलवार को शिमला स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में अपने समर्थकों संग भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल ने उनका पटका, टोपी और माला पहना का पार्टी में स्वागत किया. इंदू वर्मा ठियोग के पूर्व विधायक दिवंगत राकेश वर्मा की धर्मपत्नी हैं. डेढ वर्ष पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा की टिकट नहीं मिलने पर वह कांग्रेस में शामिल हो गई थीं. अब उनके भाजपा में लौटने से कांग्रेस को झटका लगा है.
इंदू वर्मा के साथ जिला परिषद सदस्य मदन वर्मा, पूर्व जिला परिषद सदस्य जोगिंदर ठाकुर, पार्षद शीला वर्मा, प्रधान परिषद के अध्यक्ष हरी राम, गिरजानंद शर्मा, सेवा निवृत जगदीश कंवर, हिमिंदर सहित अनेकों बीएडसी सदस्य और प्रधानों ने भाजपा का दामन थामा. इस कार्यक्रम में विधायक बलबीर वर्मा, प्रवक्ता संदीपनी भारद्वाज, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, कोषाध्यक्ष कमलजीत सूद, प्यार सिंह कंवर,रमा ठाकुर, किरण बावा, सुशील राठौर, जिला अध्यक्ष अरुण फालटा उपस्थित रहे.
इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल कहा कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने के लिए अनेकों प्रकार के हथकंडे अपनाए. माताओं-बहनों और बेरोजगार युवकों को झूठे प्रभोलन दिए. कांग्रेस पार्टी द्वारा झूठी गारंटी देकर कहा गया कि पहली कैबिनेट के अन्दर 22 लाख बहनों को 1500 रूपये और बेरोजगार युवकों को 1 लाख सरकारी नौकरियां देंगे. परन्तु सत्ता में आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जो कहा वह काबिले तारिफ है. सुक्खू ने कहा कि हम 5 साल के लिए चुन के आये है, हम अपने काम को करेंगे. पहली कैबिनेट में 1 लाख सरकारी नौकरियां देना तो दूर, नौकरियां देने वाला संस्थान ही बंद कर दिया.
बिंदल ने कहा कि कांग्रेस सरकार तीन महीने तक हिमाचल प्रदेश की जनता को एक राग-अलापा करती रही कि खजाना खाली है. तीन महीनों के बाद कांग्रेस सरकार श्वेत पत्र लाई और कहा गया कि देश पर बहुत बड़ा कर्ज है. श्वेत पत्र लाकर 75 हजार करोड़ रुपये का कर्ज दिखाया गया और 75 हजार करोड़ में से 62 हजार करोड़ कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश की जनता को दिया. 15 महीनों में ही कांग्रेस सरकार ने 18 हजार करोड़ रुपये का कर्ज ले लिया.
उन्होंने कहा कि आपदा के समय भारतीय जनता पार्टी चट्टान की तरह से हिमाचल प्रदेश की जनता के साथ और सरकार के साथ खड़ी रहीं. परन्तु इस सरकार ने बीजेपी को कोसने का काम किया. 1782 करोड़ रूपये केंन्द्र की मोदी सरकार ने आपदा के समय हिमाचल को दिए. लगभग 21 हजार मकान दिए. 1000 करोड़ रूपय मनरेगा के लिए अतिरिक्त दिए. परन्तु 16 महीने बाद भी केवल और केवल यह कांग्रेस सरकार बीजेपी को कोसती रही.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता बखूबी जान गई है कि वर्तमान सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है और अब यह सरकार वेन्टिलेटर पर जा चुकी है. यह हिमाचल की जनता जान गई है.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार