कुल्लू: लाहौल स्पीति से कांग्रेस ने जीत दर्ज की ओर प्रदेश की सरकार में अपनी भागीदारी सुनिश्चित की, लेकिन एक साल के बाद ही विधायक ने भाजपा में शामिल होकर शीत मरुस्थल में गर्मी पैदा का दी है. कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी को भाजपा ने टिकट देकर भाजपा के पूर्व मंत्री रामलाल मार्कण्डेय को बड़ा झटका दे दिया.
पूर्व मंत्री मार्कण्डेय ने जहां भाजपा से त्यागपत्र देकर विरोध के स्वर ऊंचे किए तो लाहौल के भाजपा मंडल के सभी पदाधिकारियों ने सामूहिक त्यागपत्र देकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी.
विवाद यहीं नहीं थमा, विवाद उस समय बढ़ गया जब मार्कण्डेय ने कांग्रेस में शामिल होकर लाहौल से कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. मार्कण्डेय के इस बयान के बाद लाहौल कांग्रेस में खलबली मच गई और कई कांग्रेस के नेताओं ने लाहौल से चुनाव लड़ने की हुंकार भर दी.
जिला कांग्रेस मार्कण्डेय को लाहौल स्पीति से प्रत्याशी बनाए जाने का जहां विरोध कर रही है तो वहीं कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष ग्यालसन ठाकुर ने अपनी दावेदारी पेश कर दी. उसके बाद एलपीएस के पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी से प्रत्याशी रहे सुदर्शन जस्पा ने भी लाहौल से अपनी प्रबल दावेदार जताई है और अब जिला महासचिव व लंबे समय से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभा रहे सुरेश कारदो ने भी कुल्लू में हुई पत्रकार वार्ता में अपनी दावेदारी जताई है.
कारदो ने जहां लाहौल से अपनी दावेदारी जताई है तो वहीं रामलाल मार्कण्डेय के विरोध में कांग्रेस से सामूहिक त्यागपत्र देने का भी ऐलान कर दिया है.
ऐसे में डॉक्टर मार्कण्डेय की राह में कई रुकावटें दिखाई देने लगी हैं. अब कांग्रेस क्या मार्कण्डेय पर दाव खेलती है या लाहौल के किसी सक्रिय कार्यकर्ता को अपना प्रत्याशी बनाती है इसी पर सब की नजरें टिकी हुई हैं. वहीं अगर भाजपा की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रत्याशी रवि ठाकुर नाराज कार्यकर्ताओं को मनाने में जुट गए हैं.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार