शिमला: हिमाचल प्रदेश में तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के स्वीकार न होने का मुद्दा गरमा गया है. विपक्षी दल भाजपा ने अभी तक इस्तीफा स्वीकार न होने को असंवैधानिक और गैर कानूनी करार दिया है.
नैना देवी के विधायक व प्रदेश भाजपा मीडिया विभाग के प्रभारी रणधीर शर्मा ने रविवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों का इस्तीफा स्वीकार न करना असंवैधानिक और गैर कानूनी है. कांग्रेस पार्टी आने वाले विधानसभा के उप चुनाव में अपनी संभावित हार को देखकर बौखला गई है. वह जानती है कि लोकसभा की चारों सीट तो भारतीय जनता पार्टी जीतेगी. रणधीर शर्मा ने कहा कि पिछले एक डेढ़ महीने के घटनाक्रम से हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस समर्थक विधायकों की संख्या 43 से घटकर 34 पर आ गई है. मुख्यमंत्री समेत सभी नेता निराशा हताशा के कारण इतनी बौखलाहट में है कि वह आए दिन निम्न स्तरीय बयान बाजी कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिन विधायकों ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ा है उन विधायकों पर बिना प्रमाण के आरोप लगा रहे हैं कि वह विधायक बिक गए है उन विधायकों को काले नाग की संज्ञा दी जाती है. कभी उन विधायकों को भेड़ कहा जाता है और कभी उनको मेंढक की संज्ञा दी जाती है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का मानना है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं विशेष कर मुख्यमंत्री को बिना तथ्यों के आरोप लगाना शोभा नहीं देता या तो अपने आरोपों के साथ प्रमाण दें अन्यथा इस बयान बाजी को तुरंत बंद करें.
साभार – हिन्दुस्थान समाचार