पालमपुर: पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा है कि देश का दुर्भाग्य है कि 75 साल के बाद भी भारत का लोकतंत्र कालेधन से शुरू होता है. हर पार्टी कालेधन से चुनाव लड़ती है और जीतने के बाद विधायक या सांसद पहला काम यह करते कि चुनाव आयोग के सामने अपने खर्च का हिसाब देते हुए झूठ बोलते हैं. जो लोकतंत्र कालेधन और झूठ से शुरू होता है वह सफेद कैसे हो सकता है.
शान्ता कुमार ने शनिवार को एक बयान में कहा कि चुनावी बांड की योजना सुप्रीम कोर्ट ने समाप्त कर दी है. यह मौका है कि इस संबंध में देश ठीक निर्णय ले. एक देश एक चुनाव के संबंध में बढ़िया रिपोर्ट आई है. पूर पांच साल हर वर्ष कोई न कोई चुनाव होते रहने के कारण इन पर लगभग 15 लाख करोड़ रुपये खर्च होते हैं. यदि यह सब चुनाव पांच साल की बजाए एक बार ही कुछ महीनों में कर लिये जाएं तो एक अनुमान के अनुसार केवल पांच लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे.
उन्होंने कहा कि सरकार चुनाव खर्च के लिए एक विशेष टैक्स लगाये. बड़े करोड़पतियों पर अधिक टैक्स लगाये. पांच लाख करोड़ रुपये टैक्स द्वारा इकट्ठा किया जाए और पार्टियों की उपलब्धि के अनुसार एक नियम से सभी पार्टियों काे सरकार द्वारा चुनाव के लिए धन दिया जाए. एक सख्त कानून बनाया जाए. इसके अनुसार उस धन से अधिक खर्च करना ऐसा अपराध माना जाए जिसके लिए सख्त सजा का प्रावधान किया जाए. शान्ता कुमार ने कहा कि यही एकमात्र तरीका है कि भारत की राजनीति को कालेधन और झूठ के काले कलंक से बचाया जा सकता है.
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी इतिहास के सारे रिकार्ड तोड़ कर लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. उन्होंने उनसे विशेष आग्रह किया है कि वे यह ऐतिहासिक काम करें और देश के लोकतंत्र को इस कालेधन और झूठ से बचायें. यह मोदी की देश को एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी जिसे देश कभी नही भुलायेगा. यह काम मोदी ही कर सकते हैं. मोदी है तो मुमकिन है.
शान्ता कुमार ने कहा कि यह महत्वपूर्ण काम करने से लोकतंत्र के माथे से यह कलंक मिट जाएगा और मोदी का नाम इतिहास में अमर हो जाएगा. उन्होंने कहा कि अन्ना हजारे के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के विरुद्ध बड़े आन्दोलन से केजरीवाल राजनीति में आये. उस राष्ट्रव्यापी आन्दोलन में देश की पूरी जवानी सड़कों पर आ गई थी. भ्रष्टाचार विरोधी उस आंदोलन से निकले केजरीवाल अपने कई साथी मंत्रियों के साथ भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं. यह देख अन्ना हजारे भी आंसू बहा रहे हैं.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार