शिमला: राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने 14 महीनों में आम आदमी की परेशानियों को समाप्त करने के लिए भरपूर प्रयास किए हैं. राज्य सरकार के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं, जिससे भाजपा नेता बौखलाकर षड्यंत्र रच रहे है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 1.36 लाख सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना का बहाल किया, जिससे उनका बुढ़ापा सुरक्षित हुआ है. सेवानिवृत्ति के बाद जिन कर्मचारियों को एनपीएस के तहत 2000 रुपए पेंशन प्राप्त हो रही थी, पुरानी पेंशन बहाल होने के बाद उन्हें 20-30 हजार से ज्यादा पेंशन मिल रही है.
जगत सिंह नेगी ने गुरूवार (28 मार्च) को एक बयान में कहा कि महिलाओं के साथ किए गए वादे को निभाते हुए वर्तमान राज्य सरकार ने 18 साल से अधिक आयु की महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह सम्मान निधि प्रदान करना शुरू कर दिया है लेकिन भाजपा नेता महिला विरोधी बनकर इस योजना को रुकवाने के लिए ज़ोर लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों की परेशानियों से भली-भाँति परिचित है, इसीलिए राज्य सरकार ने लोगों को राहत प्रदान करने के लिए राजस्व लोक अदालतों का आयोजन किया, जिसके तहत 90 हजार के अधिक इंतकाल व सात हजार से अधिक तकसीम के मामले निपटाए गए.
नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू एक आम परिवार से संबंध रखते हैं, इसलिए वह जनता के दर्द और उनकी कठिनाईयों को जानते हैं. इसीलिए जिन वर्गों की आवाज़ पिछले 75 वर्षों में कभी नहीं सुनी गई, राज्य सरकार ने उनके कल्याण के लिए भी योजनाएँ बनाकर धरातल पर उतारी हैं. अनाथ बच्चों के लिए मुख्यमंत्री सुखाश्रय योजना शुरू की गई, जिससे आज वह समाज की मुख्यधारा से जुड़ कर सिर उठाकर जीवन जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1.15 लाख विधवा एवं एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है. इसके साथ ही उन्हें घर निर्मित करने के लिए 1.50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी राज्य सरकार प्रदान कर रही.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार