धर्मशाला: लोकसभा चुनावों के लिए मंगलवार (26 मार्च) को पहली बार कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को चुनावों के लिए तैयार करने को धर्मशाला में मंथन किया गया. लोकसभा प्रभारी एवं मंत्री चैधरी चंद्र कुमार और सह प्रभारी केवल सिंह पठानिया की उपस्थिति में हुई बैठक में चुनावों के लिए कार्यकर्ताओं में जोश भरने सहित चुनावों के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर भी चर्चा की गई.
इस दौरान कांग्रेस के मंत्रीए सीपीएसए विधायकों एवं पूर्व विधायकों सहित अन्य नेताओं ने अपनी अपनी बात रखते हुए केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान करते हुए जनता के बीच जाने की बात कही.
कांग्रेस नेता एवं मंत्री चंद्र कुमार ने कहा कि पिछले 10 सालों से कांगड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा के प्रतिनिधि ही सासंद हैं. ऐसे में उन्हें अपने कार्यकाल का श्वेत पत्र जारी करना होगा. कांगड़ा के सांसद किशन कपूर ने पिछले पांच सालों में क्या किया उसे भी जनता के बीच बताना होगा.
धर्मशाला के कोतवाली बाजार स्थित कम्युनिटी हॉल में कार्यकर्ता और पदाधिकारी सम्मेलन में कांगड़ा व चंबा के नेताओं ने बारी बारी अपनी बात रखी. इस दौरान स मेलन में मौजूद पार्टी नेताओं ने सभी कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव और विधानसभा के उपचुनावों के लिए अभी से डट जाने का आह्वान किया.
कांगड़ा चंबा संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रभारी चैधरी चंद्र कुमार और सह प्रभारी केवल सिंह पठानिया ने सभी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वह कांगड़ा चंबा सीट को जीतने के लिए ब्लॉक स्तर पर रणनीति बनाते हुए बूथ स्तर तक कार्यकर्ताओं को एक्टिव करें.
इस मौके पर मंत्री यादवेंद्र गोमा, सीपीएस आशीष बुटेल, किशोरी लाल, विधायक मलेंद्र राजन, प्रदेश कोषाध्यक्ष डा राजेश शर्मा, पूर्व सांसद विप्लव ठाकुर, पूर्व मंत्री आशा कुमारी, पूर्व मेयर दवेंद्र जग्गी, विजयकरण सहित कांगड़ा व चंबा के कांग्रेस नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे.
सम्मेलन के दौरान पार्टी प्रत्याशी के मुद्दे पर हुआ बबाल
धर्मशाला में कांग्रेस पार्टी की ओर से आयोजित कांगड़ा संसदीय कार्यकर्ता और पदाधिकारी सम्मेलन में पार्टी नेता के भाषण के दौरान कुछ समय के लिए हंगामा हो गया. जब मंच पर भाषण दे रहे एक कांग्रेस नेता जसवंत डढवाल ने कहा कि गद्दी समुदाय को भाजपा से नाराजगी जतानी चाहिये न कि कांग्रेस से कि कल तक भाजपा के कुनबे में गद्दी समुदाय को तरजीह दी जाती रही मगर आज उनकी टिकटें काट दी गईं. ऐसे में कांग्रेस पार्टी को कोई राजपूत नेता उतारना चाहियेए ये सुनकर सम्मेलन में बैठे कांग्रेस नेता और गद्दी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले शुभकरण ने उठकर इस बात का विरोध किया कि बैजनाथ से लेकर चंबा के चुराह तक जिस गद्दी समुदाय की बहुलता है कांग्रेस पार्टी ने आज दिन तक उस समुदाय को तरजीह क्यों नहीं दी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार