शिमला: हिमाचल प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा में टिकट बंटवारे के बाद अब बगावत शुरू हो गई है. भाजपा ने छह सीटों पर कांग्रेस के बागियों को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा की टिकट नहीं मिलने पर कुछ सीटों पर पार्टी के स्थापित नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है. सबसे ज्यादा असंतोष लाहौल-स्पीति सीट पर सामने आया है. भाजपा ने इस सीट पर कांग्रेस के बागी रवि ठाकुर को टिकट दी है. इस पर लाहौल-स्पीति के पूर्व विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री रामलाल मार्र्कंडेय ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने कांग्रेस में जाने के संकेत देते हुए रवि ठाकुर के खिलाफ चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
उन्होंने मंगलवार (26 मार्च) को अपने समर्थकों से कहा कि वह जल्द शिमला जाएंगे और हो सकता है कि कांग्रेस से चुनाव लड़ें. उन्होंने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व पर उन्हें गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज तक भाजपा उन्हें टिकट देने का भरोसा देती रही, लेकिन भाजपा आलाकमान ने रवि ठाकुर को कार्यकर्ताओं के भावनाओं से खिलवाड़ किया है.
उन्होंने कहा कि लाहौल-स्पीति में भाजपा को खड़ा करने के लिए उन्होंने जी-जान से मेहनत की है. वो अपना नहीं देखेंगे, लाहौल-स्पीति का भविष्य देखेंगे. अहम बात यह है कि रामलाल मार्कंडेय को टिकट न मिलने पर लाहौल-स्पीति जिले के केलांग, उदयपुर व स्पीति मंडलों के भाजपा पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा देने का भी एलान किया है.
भाजपा उम्मीदवार रवि ठाकुर का शिमला में घेराव, युवा कांग्रेस व एनएसयूआई ने की नारेबाजी
इस बीच लाहौल-स्पीति में भाजपा के उम्मीदवार रवि ठाकुर का शिमला पहुंचने पर युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने घेराव किया. प्रदर्शनकारियों ने रवि ठाकुर के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. उनका कहना है कि रवि ठाकुर समेत कांग्रेस के छह बागियों ने पार्टी के टिकट पर विस चुनाव जीता और अब पार्टी के साथ गद्दारी कर भाजपा का दामन थाम लिया है. शिमला में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन रिज मैदान स्थित एचपीटीडीसी के रेस्टोरेंट आशियाना में हुआ.
दरअसल, भाजपा के राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन यहां मीडिया ब्रीफिंग के लिए पहुंचे थे. उनके साथ रवि ठाकुर भी थे. इसकी भनक लगते ही युवा कांग्रेस और एनएसयूआई के कार्यकर्ता आशियाना रेस्टोरेंट के बाहर जुटे और नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शनकारी रेस्टोरेंट के भीतर घुसने की कोशिश कर रहे थे, तो पुलिस के जवानों ने मोर्चा संभाला और हंगामे को शांत करवाया.
बता दें कि सतारूढ़ कांग्र्रेस ने छह सीटों पर अभी अपने उम्मीदवारो की घोषणा नहीं की है. माना जा रहा है कि जिन लोगों को भाजपा ने टिकट नहीं दिया है, उनमें कुछ कांग्रेस का दामन थाम सकते हैं. यह देखना होगा कि भाजपा इस स्थिति को कैसे नियंत्रित करती है. बहुत कुछ राज्य के नेतृत्व, विशेष रूप से नेता प्रतिपक्ष व पूर्व सीएम जयराम ठाकुर और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राजीव बिंदल पर निर्भर करेगा कि वे इन असंतुष्ट भाजपाइयों को कैसे शांत करते हैं.
इन छह सीटों पर पहली जून को होना है विधानसभा उपचुनाव
केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रदेश की छह सीटों पर पहली जून को विधानसभा उपचुनाव की घोषणा की है. इसी दिन प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए भी मतदान होगा. जिन छह सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है, उनमें धर्मशाला, बड़सर, सुजानपुर, गगरेट, कुटलैहड़ और लाहौल-स्पीति शामिल हैं. भाजपा ने इन सीटों पर कांग्रेस के बागियों को उम्मीदवार बनाया है. धर्मशाला से सुधीर शर्मा, बड़सर से इंदद्रत लखनपाल, गगरेट से चैतन्य शर्मा, सुजानपुर से राजेंद्र राणा, कुटलैहड़ से देवेंद्र कुमार भुट्टो और लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर को टिकट दी गई है.
बीते 27 फरवरी को राज्यसभा चुनाव में इन छह ने क्रॉस वोटिंग करते हुए भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया था. इसके अगले दिन इन्होंने पार्टी व्हिप का उल्लंघन किया और विधानसभा में बजट पारित करने के दौरान सदन से अनुपस्थित रहे. इस पर स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार