शिमला: हिमाचल प्रदेश की छह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने छह सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. भाजपा ने कांग्रेस के बागी सभी पूर्व विधायकों को टिकट दिया है.
धर्मशाला से सुधीर शर्मा, सुजानपुर से राजेन्द्र राणा, गगरेट से चैतन्य शर्मा, कुटलैहड़ से देवेन्द्र कुमार भुट्टो, बड़सर से इंद्रदत्त लखनपाल और लाहौल-स्पीति से रवि ठाकुर को उम्मीदवार बनाया गया है. इन सभी ने तीन दिन पहले नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. ये सभी 15 माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने थे.
पिछले दिनों राज्यसभा चुनाव में इनकी क्रॉस वोटिंग की बदौलत भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन को जीत मिली थी. इसके अगले दिन स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी थी. इसके बाद स्पीकर ने इनके विधानसभा क्षेत्रों की सीटों को रिक्त घोषित कर दिया. केंद्रीय चुनाव आयोग ने प्रदेश की खाली उक्त छह विधानसभा सीटों पर पहली जून को उपचुनाव का ऐलान किया है. इसी दिन राज्य में लोकसभा की चार सीटों पर भी वोटिंग होगी.
कांग्रेस से आये नेताओं को टिकट मिलने से भाजपा में अब बगावत का खतरा
कांग्रेस के बागी छह नेताओं को भाजपा का टिकट देने से अधिकांश चुनाव हलकों में पार्टी में बगावत का खतरा बढ़ गया है. इससे पिछला विस चुनाव लड़ चुके भाजपा नेताओं के राजनीतिक कैरियर पर संकट मंडरा गया है. माना जा रहा है कि कुछ विस क्षेत्रों में भाजपा नेता निर्दलीय चुनाव में उतर सकते हैं. कुटलैहड़ सीट से भाजपा के दिग्गज नेता वीरेंद्र कंवर चार बार विधायक और मंत्री भी रहे हैं. इसी तरह लाहौल-स्पीति से पिछला चुनाव हारने वाले भाजपा के पूर्व मंत्री रामलाल मारकण्डा भी टिकट न मिलने से आगामी रणनीति बनाने में जुट गए हैं.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार