धर्मशाला: लोकसभा व विधानसभा उपचुनाव से पूर्व केंद्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य के मुद्दे पर एक बार फिर धर्मशाला की जनता सड़कों पर उतर आई है. धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र के जदरांगल में सीयू निर्माण को लेकर चुनाव से ठीक पहले सियासत गरमा गई है. धर्मशाला के स्थानीय लोगों ने सोमवार को धर्मशाला में सीयू के निर्माण में देरी होने को लेकर कोतवाली बाजार से कचहरी अड्डा तक प्रदेश सरकार के खिलाफ अधिकार रैली निकाली गई और प्रदेश सरकार को 30 करोड़ रुपये जमा करवानी की मांग रखी.
वहीं पेंशन वेलफेयर एसोसिएशन के जिला के प्रधान सुरेश ठाकुर ने कहा कि जब भी चुनाव आते हैं तो राजनेताओं जो धर्मशाला के लोग नजर आने लग जाते है लेकिन सीयू के मुद्दे पर आज तक राजनीतिक दलों ने राजनीतिक रोटियां ही सेकीं गई हैं.
उन्होंने कहा कि धर्मशाला में सीयू का निर्माण को इसके लिए प्रदेश सरकार को 30 करोड़ रुपये जमा करवाने है लेकिन न जाने सरकार की ऐसी कौन सी मजबूरी है कि वे 30 करोड़ रुपये जमा नही करवा पा रही है जिससे धर्मशाला में सीयू का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है उन्होंने कहा कि अगर प्रदेश सरकार जल्द 30 करोड़ रुपये जमा नहीं करवाती हैं तो इस बात का खामियाजा प्रदेश सरकार को आने वाले उपचुनाव व लोकसभा चुनावों में भुगताना पड़ सकता है.
वहीं समाजिक कार्याकर्ता अतुल भारद्वाज ने कहा कि भारी संख्या में महिलाओं और सभी वर्गो के लोगों ने रैली में भाग लिया. उन्होंने कहा कि रैली में भाजपा कांग्रेस भाई भाई. धर्मशाला में सेंट्रल यूनिवर्सिटी कहां बनाई? जैसे अनेक नारों को लेकर हनुमान मंदिर तक पैदल मार्च किया, वहां जाकर रैली एक शोक सभा में तब्दील हो गई. जहां आधे मिनट का सभी उपस्थित लोगों ने मौन रखा गया क्योंकि धर्मशाला का विधायक को जनता की आवाज बनने के लिए हटा दिया गया और सरकार धर्मशाला के लिए मर चुकी है.
अतुल भारद्वाज ने बताया की केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला व कांगड़ा चंबा लोकसभा क्षेत्र के लोगों से हो रहा भेद भाव इस लोकसभा चुनावों में प्रमुख मुद्दे होने चाहिए. रैली में पहुंची धर्मशाला की घरेलू महिलाएं ने कहा बताया कि हम घर का काम धाम छोड़ कर रैली में पहुंची है, हालांकि इससे पहले भी कई रैली व धरने प्रदर्शन किए गए, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कैंपस निर्माण का 30 करोड़ जमा नहीं करवाया है.
महिलाओं ने कहा कि अगर सरकार की ओर से जल्द कोई उचित कदम नहीं उठाया जाता है तो लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे और सोच समझ कर ही वोट दिया जाएगा.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार