धर्मशाला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय देहरा इकाई ने केरल के वायनाड में पशु चिकित्सक का कोर्स कर रहे छात्र की रैगिंग और उसकी हत्या के विरोध में शुक्रवार को सप्त सिंधु परिसर में प्रदर्शन किया.
इकाई सचिव दिव्यांश ने कहा कि पशु चिकित्सक का कोर्स कर रहे द्वितीय वर्ष के छात्र सिद्धार्थ की रैगिंग कर उसे यातनाएं देकर उसकी हत्या कर दी गई. उन्होंने छात्र की रैगिंग और हत्या करने का आरोप एसएफआई पर लगाते हुए सरकार से एसएफआई वामपंथी छात्र संगठन पर प्रतिबंध लगाने की मांग की.उन्होंने आरोप लगाया कि जहां भी वामपंथ बचा है, वहां इसी तरह से कॉलेज परिसरों में हिंसा की घटनाएं होती हैं.
दिव्यांश ने कहा कि वामपंथियों का इतिहास रक्त रंजित रहा है. शिक्षण संस्थानों के परिसरों में हिंसा फैलाकर भय का माहौल बनाने का प्रयास होता है. इससे परिसरों में तनाव होने के साथ ही छात्रों की सुरक्षा खतरे में रहती है. वामपंथ आज विश्व में वर्चस्व की लड़ाई लड़ रहा है. उन्होंने कहा कि केरल के वायनाड जिले के पूकोडे स्थित केवीएएसयू में दूसरे वर्ष के छात्र सिद्धार्थ की एसएफआई गुंडों ने रैगिंग की और उसे प्रताड़ित कर उसकी हत्या कर दी.
छात्र को निर्वस्त्र कर बेल्ट से हमला कर एक
कमरे में बंद कर दिया गया और खाना तक नहीं दिया. उन्होंने कहा कि 23 दिन से अधिक हो गए हैं और अभी तककेरल पुलिस ने हत्या के इस मामले की निष्पक्षता से जांच नहीं की. उन्होंने केंद्र और केरल की सरकार से इस रैगिंग और हत्या मामले में जो भी लोग संलिप्त हैउनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार