धर्मशाला: मिजोरम सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों, पंचायती राज विभाग के अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने शुक्रवार (15 मार्च) को हिमाचल प्रदेश की मिनी संसद यानि ग्राम पंचायतों की तीन स्तरीय प्रणाली की जानकारी के लिए धर्मशाला का एक्सपोजर विजिट किया. इस कड़ी में मिजोरम के प्रतिनिधिमंडल ने धर्मशाला की ग्राम पंचायत रक्कड़ में पहुंचकर सभी क्रियाकलापों के बारे में जानकारी प्राप्त की. इतना ही नहीं इस दौरान मिजोरम के अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने हिमाचल में तीन स्तरीय पंचायत व्यवस्था को समझा. साथ ही कूड़ा-कचरा निष्पादन प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी प्राप्त की, जिसमें वेस्ट वॉरियर संस्था के साथ मिलकर पंचायत की ओर से कार्य किया जा रहा है.
मिजोरम के स्थानीय प्रशासन विभाग, पंचायती राज विभाग व प्रतिनिधियों ने धर्मशाला के ग्राम पंचायत रक्कड़ का दौरा किया. इस प्रतिनिधिमंडल में मिजोरम सरकार से रीता लालनुनमावी पचुआउ निदेशक स्थानीय प्रशासन विभाग, लालचाविमविया संयुक्त निदेशक स्थानीय प्रशासन विभाग, जॉन लालनुनसंगा राज्य कार्यक्रम प्रबंधक आरजीएसए स्थानीय प्रशासन विभाग, आर लल्लावमावमा जिला समन्वयक डीपीएमयू आरजीएसए स्थानीय प्रशासन विभाग व मिजोरम राज्य के विभिन्न पांच पंचायतों के प्रधान शामिल रहे. उक्त लोगों को रक्कड़ की ग्राम पंचायत प्रधान इंदू व पंचायत सचिव रक्कड़ शिल्पा ने तीन स्तरीय पंचायतों के बारे में जानकारी प्रदान की. इस दौरान उन्हें पंचायती राज विभाग के तीन स्तरों (ग्राम पंचायत, पंचायत समिति, जिला परिषद स्तर) पर काम करने के बारे में बताया गया.
गौरतलब है कि मिजोरम में मात्र एक स्तरीय पंचायत सिस्टम ही अभी तक लागू किया गया है. वहीं अधिकारियों व प्रतिनिधियों को प्रधान इंदू व सचिव शिल्पा ने ग्राम पंचायत रक्कड़ वेस्ट वॉरियर संगठन के साथ अपशिष्ट प्रबंधन पर कैसे काम कर रही है, इसके बारे में भी विस्तार से जानकारी प्रदान की.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार