ऊना: राज्यसभा चुनाव में क्रास वोटिंग करने के बाद विधानसभा से अयोग्य करार दिए गए कांग्रेस के बागी विधायकों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को बागी विधायकों के मामले की उच्चतम न्यायालय में सुनवाई थी तो ब्लाक कांग्रेस के नेतृत्व में गगरेट की सड़कों पर उतर कर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने बागी विधायकों के विरुद्ध उग्र प्रदर्शन कर अयोग्य करार दिए गए विधायक चैतन्य शर्मा का पुतला जलाकर जमकर गुबार निकाला.
इस रोष प्रदर्शन में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता व हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रभारी कुलदीप कुमार ने भी विशेष तौर पर शिरकत की.
ब्लाक कांग्रेस की अगुवाई में हाथों में कांग्रेस के झंडे लिए कांग्रेस कार्यकर्ता उग्र नारेबाजी करते हुए गगरेट कस्बे के मुख्य चौक तक पहुंचे और यहां अयोग्य करार दिए गए विधायक चैतन्य शर्मा के पुतले को आग के हवाले कर दिया. हालांकि पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुतला जलाने से रोका लेकिन उग्र कार्यकर्ताओं ने पुलिस की एक न सुनी और चैतन्य शर्मा के पुतले को आग के हवाले करते हुए चैतन्य शर्मा मुर्दाबाद के नारे लगा डाले.
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र के प्रभारी एवं पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव में गगरेट की जनता ने कांग्रेस के पक्ष में जनमत दिया था न कि चैतन्य शर्मा के पक्ष में जनमत दिया था लेकिन जिस प्रकार चैतन्य शर्मा ने कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपा उसे कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता.
उन्होंने चैतन्य शर्मा पर करारा हमला करते हुए कहा कि उनके चौदह माह के कार्यकाल में गगरेट में जंगलराज रहा. इस दौरान ऐसा कोई वर्ग नहीं था जिसे तंग नहीं किया गया. उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की कि गगरेट क्षेत्र में विशेष जांच करवाई जाए कि किन-किन लोगों से पैसे ऐठे गए और उस स्वयंसेवी संस्था की भी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए जिसके माध्यम से समाजसेवा का ढोंग रचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि उस सामान के बिलों की भी जांच हो जो गगरेट क्षेत्र में बांटकर पीड़ित मानवता का सच्चा हितैषी होने का ढोंग रचा जा रहा है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार