शिमला: मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पुराना बस अड्डा सोलन में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार हिमाचल का सुनहरा भविष्य सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न योजनाएं और नीतियां बनाकर कार्यान्वित कर रही है. सरकार भ्रष्टाचार के दरवाजे बंद करके प्रदेश के संसाधनों का उपयोग जनकल्याण और प्रदेश के विकास के लिए कर रही है, जबकि भाजपा अनैतिक तरीके अपनाकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमज़ोर करने का प्रयास कर रही है.
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ लोग आम जनता के धन के बल का उपयोग कर लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार को आघात पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य को आत्मनिर्भर बनाने के ध्येय के साथ कार्य कर रही है और सही नीतियों को आगे बढ़ा रही है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक संसाधनों की कमी के बावजूद प्रदेश सरकार ने प्राकृतिक आपदा का मजबूती से सामना किया. प्रदेश सरकार को केंद्र से कोई विशेष सहायता प्राप्त नहीं हुई, फिर भी हमने प्राथमिकताएं तय कीं और हर प्रभावित व्यक्ति को हरसम्भव सहायता पहुंचाई. प्रदेश सरकार आम आदमी को केंद्र में रखकर अपनी योजनाओं व कार्यक्रमों का स्वरूप तय कर रही है.
उन्होंने कहा कि सरकारी नियमों व प्रक्रियाओं को सरल बनाकर सरकारी सेवाओं को आम आदमी के घर-द्वार पहुंचाने का प्रयास कर रही है. इसी के दृष्टिगत राजस्व विभाग में विशेष राजस्व लोक अदालतों का आयोजन आरम्भ किया गया. इसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं. उन्होंने प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना लाई गई है. इस योजना के तहत प्रदेश में ऐसी सभी विधवाओं के 27 साल तक की आयु वाले बच्चों, जिनकी सभी स्रोतों से वार्षिक आय एक लाख से कम हो, की शिक्षा पर होने वाले व्यय प्रदेश सरकार वहन करेगी.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार