शिमला: कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले बागी विधायक सुधीर शर्मा के निर्वाचन क्षेत्र धर्मशाला की ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को निरस्त कर दिया है. अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य एवं सांसद प्रदेश मामलों के प्रभारी राजीव शुक्ला के अनुमोदन के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी धर्मशाला को तुंरत प्रभाव से निरस्त कर दिया है.
प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री रजनीश किमटा ने शनिवार को इस संदर्भ में अधिसूचना जारी कर दी है. उन्होंने कहा है कि जल्द ही धर्मशाला ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का गठन किया जाएगा.
सुधीर शर्मा की बगावत के बाद पार्टी ने यह कार्रवाई अमल में लाई है. इससे पहले सुधीर शर्मा को एआईसीसी सचिव के पद से हटाया गया था. सुधीर शर्मा वर्ष 2018 से एआईसीसी सचिव के ओहदे पर थे. वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री संत राम के बेटे हैं. पूर्व की वीरभद्र सरकार में सुधीर शर्मा मंत्री भी रह चुके हैं. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ तनातनी की वजह से सुधीर शर्मा ने बगावती तेवर अपनाए और हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया.
सुधीर सहित कांग्रेस के छह विधायकों के क्रॉस वोटिंग के कारण भाजपा उम्मीदवार ने राज्यसभा चुनाव जीत लिया. छह कांग्रेसी विधायकों को विधानसभा में बजट पारित करने के दौरान गैरहाजिर रहने पर विधानसभा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने इन्हें अयोग्य ठहराने के आदेश जारी किए हैं. इसके खिलाफ कांग्रेस के बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है. कांग्रेस के अयोग्य ठहराए गए ये बागी विधायक पिछले एक हफ्ते से हरियाणा के एक निजी होटल में कड़ी सुरक्षा के बीच ठहरे हुए हैं. बीते वीरवार से उन्हें उतराखण्ड के ऋषिकेश के पास एक निजी होटल में ठहराया गया है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार