शिमला: हिमाचल प्रदेश में मार्च के महीने में ठिठुरन बनी हुई है और लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है. पिछले दिनों हुई बर्फ़बारी से जनजातीय जिलों लाहौल-स्पीति औऱ किन्नौर में तापमान माइनस में बना हुआ है. मैदानी इलाकों में भी सर्दी से राहत नहीं मिल रही है.
मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के दो दर्जन शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया है. अगले दो दिन राज्य में मौसम के साफ रहने का अनुमान है. नौ मार्च से पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने से बारिश-बर्फ़बारी का दौर फिर शुरू हो सकता है. 9, 10 और 11 मार्च को बादलों के बरसने की संभावना है.
लाहौल-स्पीति जिला का कुकुमसेरी सबसे ठंडा स्थल रहा, जहां बुधवार को न्यूनतम पारा -7.2 डिग्री सेल्सियस रहा. इसी तरह किन्नौर के कल्पा में -6.5 डिग्री और रिकांगपिओ में -0.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ. शिमला में न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री, सुंदरनगर में 5, भुंतर में 6, धर्मशाला में 7.5, ऊना व पालमपुर में 4.7, धर्मशाला में 7.5, नाहन में 8.1, सोलन में 4, मनाली में 5.4, कांगड़ा में 6.2, मंडी में 6, बिलासपुर में 7.3, चम्बा में 6.2, डल्हौजी में 5.2, जुब्बड़हट्टी में 6.3, कुफरी में 3.2, नारकंडा में 0.7, सियोबाग में 5.5, धौलाकुंआ में 7.9, बरठीं में 5.6 और पांवटा साहिब में 10 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.
मौसम विभाग ने कहा है कि जिन शहरों का न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है, उनमें शिमला, सुंदरनगर, कल्पा, धर्मशाला, उना, नाहन, पालमपुर, सोलन, कांगड़ा, मंडी, बिलासपुर और चंबा शामिल हैं.
इधर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार मार्च महीने में हुई बारिश-बर्फबारी से राज्य भर में पांच कच्चे-पक्के मकान पूरी तरह से ध्वत हुए, वहीं 64 मकान को आंशिक नुकसान पहुंचा है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार