ऊना: भाजपा ने प्रदेश सरकार को गिराने के लिए धन बल के आधार पर कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त की लेकिन फिर भी इतना संख्या बल नहीं जुटा पाई जिससे सरकार गिर जाती. यह बात हिमाचल प्रदेश स्टेट प्लानिंग बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं फतेहपुर के विधायक भवानी सिंह पठानिया ने मंगलवार को ऊना में कही.
उन्होंने कहा कि सभी 6 विधायकों को अब वापस अपने कार्य क्षेत्र में आ जाना चाहिए और उपचुनाव के लिए फिर से जनता के बीच जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार पूरी तरह स्थिर है और 6 विधायकों के निष्कासन के बाद अब निर्दलीयों को मिलकर भी भाजपा बहुमत से बहुत दूर है. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार पूरी तरह स्थिर है और 5 साल का कार्यकाल भी पूरा करेगी.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने छह बागी विधायकों को विधानसभा से भी अयोग्य करार दे दिया है. अब इन सभी विधानसभा क्षेत्र में केवल मात्र उपचुनाव होना है और इस उप चुनाव के नतीजे भी चौंकाने वाले होंगे. उन्होंने कहा कि छह विधायकों की योग्यता के बाद अब प्रदेश सरकार के पास 34 विधायक हैं जबकि भाजपा निर्दलीयों को मिलकर भी बहुमत से कोसों दूर. उन्होंने अयोग्य करार दिए गए विधायकों द्वारा और विधायकों के संपर्क में होने की बात का जवाब देते हुए कहा कि यदि कोई संपर्क में होता तो अभी तक जा चुका होता.
उन्होंने कहा कि इन विधायकों ने केवल मात्र इतना सोचा था कि उनके साथ कांग्रेस पार्टी के करीब 15-20 विधायक चले जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ. भवानी सिंह पठानिया ने कहा कि भाजपा ने प्रलोभन या डर दिखाकर इन विधायकों को अपने पक्ष में किया है लेकिन अब काफी देर हो चुकी है. अब यह विधायक अपनी सीट भी नहीं बचा पाएंगे.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार