धर्मशाला: पूर्व मंत्री एवं भाजपा विधायक हिमाचल प्रदेश की सरकार लोकसभा चुनावों व पार्टी में घट रहे घटनाचक्र के बाद हुई फजीहत को देखते हुए अब लोक लुभावनी घोषणाएं कर रही हैं. मंगलवार को जारी एक प्रेस बयान में उद्योग मंत्री बिक्रम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आज जब लोकसभा चुनाव सर पर हैं तो कांग्रेस अपने डैमेज कंट्रोल को रोकने व जनता में अपनी खराब हुई छवि को समेटने के चक्कर में घोषणाएं कर रहे हैं जबकि बजट में इनके लिए कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बार-बार खाली खजाने की दुहाई देते नजर आते हैं वो आज लोकसभा चुनाव को सामने देख एक बार फिर जनता को ठगने का प्रयास कर रहें हैं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू अपनी चतुराई दिखाते हुए यह भूल जाते हैं कि ज़ब बजट में प्रावधान नहीं तो 1500 कहां से देने की बात मुख़्यमंत्री कर रहे हैं. हिमाचल की जनता भोली हो सकती है पर अनपढ़ व अज्ञानी नहीं, उन्हें पता है कि जिस योजना को शुरू किया जाना होता है उसके लिए पहले बजट में प्रावधान करना आवश्यक होता है.
उन्होंने मुख्यमंत्री की सरकार व प्रदेश के प्रति गंभीरता पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले तो मुख्यमंत्री अपने दोस्तों को कैबिनेट रैंक रेवड़ियों की तरह बांटते रहे. उन्होंने क्षेत्रीय समीकरण तक का ध्यान नहीं रखा और आज ज़ब विधायक एक एक कर कांग्रेस जैसे डूबते जहाज से बाहर कूद रहे तो उन्हें पदों का लालच दे रहे हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री इतने बड़े संवैधानिक पद पर बैठ कर भी झूठ बोलते हैं जिसका उदाहरण प्रदेश की जनता व युवाओं ने बजट सत्र के दौरान देखा होगा. अपने मेनिफेस्टो में प्रतिवर्ष एक साल में एक लाख सरकारी रोजगार लिखा होने के बाद उस बात से मुकर जाना और विधानसभा अध्यक्ष द्वारा मेनिफेस्टो में उस बात के उल्लेख को सदन के सामने पढ़ कर सुनाना इस बात का सबूत है कि उन्होंने युवाओं को सरकारी नौकरी के नाम पर कैसे ठगा है.
साभार- हिन्दुस्थान समाचार